चिकमंगलूर, कर्नाटक पुलिस ने तेलंगाना से दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों ने श्रृंगेरी और अन्नपूर्णेश्वरी जैसे प्रसिद्ध मंदिरों के नाम पर फर्जी वेबसाइटें बनाकर श्रद्धालुओं को करोड़ों रुपये का चूना लगाया। जांच में पता चला है कि इन्होंने विशेष पूजा और प्रसाद के नाम पर लोगों को ठगा। पुलिस को इस धोखाधड़ी के संबंध में शिकायतें मिल रही थीं, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई।
यह कार्रवाई तेलंगाना में की गई, जिसमें पुलिस ने सुदीप और अनिल कुमार को गिरफ्तार किया, जिन्होंने www.Devaseva.com नाम से एक फर्जी वेबसाइट बनाई थी। यह वेबसाइट देश और राज्य के प्रतिष्ठित मंदिरों के नामों का इस्तेमाल करके विशेष पूजा, दान और सेवाओं के नाम पर धोखाधड़ी करती थी। अन्नपूर्णेश्वरी मंदिर के उप प्रबंधक राघवेंद्र की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए, पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। चिकमंगलूर के एसपी विक्रम आमटे के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई थी।
पुलिस ने आरोपियों को तेलंगाना से गिरफ्तार किया है और अब उनसे पूछताछ कर रही है कि उन्होंने इस धोखाधड़ी को कैसे अंजाम दिया और उनके साथ और कौन शामिल था। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि ठगी के पैसे का इस्तेमाल कहां किया गया। पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे ऑनलाइन धोखाधड़ी से सावधान रहें।
पुलिस ने श्रद्धालुओं से अनुरोध किया है कि वे विशेष पूजा, प्रसाद या सेवा के लिए ऑनलाइन भुगतान करने से पहले मंदिरों की आधिकारिक वेबसाइटों या मंदिर प्रबंधन बोर्ड से जानकारी लें। व्यक्तिगत जानकारी या बैंक विवरण अनधिकृत वेबसाइटों पर साझा न करें।