बिहार चुनाव के मद्देनजर, पवन सिंह ने उपेंद्र कुशवाहा और अमित शाह से मुलाकात की। इससे राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि वह आरा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। पिछले साल बीजेपी ने पवन सिंह को पार्टी से निकाल दिया था क्योंकि उन्होंने काराकाट लोकसभा सीट से उपेंद्र कुशवाहा के खिलाफ चुनाव लड़ा था, जिससे कुशवाहा हार गए थे। अब, पवन सिंह ने कुशवाहा से सुलह करने की कोशिश की है।
बीजेपी ने 2024 के लोकसभा चुनाव में पवन सिंह को आसनसोल से टिकट दिया था, लेकिन उन्होंने नाम वापस ले लिया। तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया कि उन्होंने बंगाली महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक शब्दों के इस्तेमाल के कारण ऐसा किया।
पवन सिंह ने आसनसोल से टिकट वापस लेने के बाद काराकाट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया, जिससे बीजेपी ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया। चुनाव में, पवन सिंह को 2 लाख 74 हजार 723 वोट मिले, जबकि उपेंद्र कुशवाहा को 2 लाख 53 हजार 876 वोट मिले। अगर पवन सिंह चुनाव नहीं लड़ते तो कुशवाहा की जीत तय मानी जाती।