क्या होगा अगर आपको किसी चीज से डर ही न लगे? यह कुछ लोगों के लिए एक वास्तविक स्थिति है जो दुर्लभ बीमारियों से पीड़ित हैं।
जोर्डी सरानिक को कुशिंग सिंड्रोम के इलाज के बाद डर महसूस होना बंद हो गया, जिसके बाद उन्होंने रोमांचक गतिविधियाँ कीं जिनमें आम तौर पर डर लगता है, जैसे रोलर कोस्टर की सवारी करना या ऊँचाई से कूदना।
एस.एम., एक अमेरिकी महिला, उरबाक-विएथे नामक आनुवंशिक बीमारी से पीड़ित है, जिसके कारण उसके मस्तिष्क का वह हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है जो डर को नियंत्रित करता है। वैज्ञानिकों ने एस.एम. पर विभिन्न प्रयोग किए, जिसमें उसे डरावनी स्थितियों का सामना करना शामिल था, लेकिन उसमें डर का कोई लक्षण नहीं दिखा।
ये मामले दर्शाते हैं कि डर, न केवल हमें खतरे से बचाता है, बल्कि हमारे सामाजिक व्यवहार को भी प्रभावित करता है। इन दुर्लभ स्थितियों से डर की जटिल प्रकृति और इसके महत्व पर प्रकाश पड़ता है।