iPhone 17 Series की लॉन्चिंग के दौरान भारी भीड़ ने भारत में iPhones की लोकप्रियता को उजागर किया। नए iPhones की तरह ही, सेकंड हैंड iPhones की भी बाजार में अच्छी मांग है। कई ग्राहक बजट की वजह से नया iPhone नहीं खरीद पाते, लेकिन वे Android पर चलने वाले अन्य स्मार्टफोन के बजाय इस्तेमाल किए गए iPhones को खरीदना पसंद कर रहे हैं।
Cashify के एक सर्वे के मुताबिक, 2025 की शुरुआत में रिफर्बिश्ड स्मार्टफोन खरीदने वालों में से ज्यादातर ने iPhone को चुना। इस दौरान, सेकंड हैंड मोबाइल फोन मार्केट में Apple के डिवाइसों की बिक्री 62.9% रही, जिससे प्रीमियम ब्रांड्स के प्रति ग्राहकों की बढ़ती दिलचस्पी का पता चलता है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि रिफर्बिश्ड फोन की मांग बजट सेगमेंट से बढ़कर मिड-रेंज और प्रीमियम सेगमेंट की ओर बढ़ रही है।
‘द ग्रेट इंडियन अपग्रेड 2025’ रिपोर्ट में 10,000 लोगों का सर्वे किया गया और Cashify के आंकड़ों के साथ, भारत के सेकंड हैंड स्मार्टफोन बाजार में बदलावों का विश्लेषण किया गया। रिफर्बिश्ड बाजार में Apple का प्रभुत्व जारी है। 2024 में रिफर्बिश्ड मार्केट में Apple की बिक्री 64.5% थी और 2025 की पहली छमाही में 62.9% दर्ज की गई।
आइये देखते हैं कि लोग सेकंड हैंड आईफोन क्यों खरीद रहे हैं:
* मजबूत गोपनीयता और सुरक्षा: Apple डिवाइसों में बेहतर गोपनीयता और सुरक्षा मिलती है।
* उच्च पुन: बिक्री मूल्य: iPhones की रीसेल वैल्यू Android फोन की तुलना में अधिक होती है।
* बेहतरीन कैमरा: Apple का कैमरा उच्च मेगापिक्सल वाले Android फोन के कैमरों से बेहतर माना जाता है।