भारतीय निर्वाचन आयोग (ईसीआई) पिछले छह महीनों में चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता, स्पष्टता और सटीकता लाने के लिए 30 बदलाव कर चुका है।
इनमें ईवीएम में उम्मीदवारों की रंगीन तस्वीरें और मोटे अक्षरों में नाम शामिल हैं। हाल ही में लिया गया एक महत्वपूर्ण निर्णय यह है कि अब पोस्टल बैलेट की गिनती पूरी होने के बाद ही ईवीएम की गिनती की जाएगी।
आयोग का मानना है कि यह कदम उन आरोपों से बचने में मदद करेगा जो अक्सर चुनाव परिणामों के बाद लगते हैं।
यह निर्णय बिहार विधानसभा चुनाव में लागू किया जाएगा। पहले, पोस्टल बैलेट और ईवीएम की गिनती के समय में अंतर होने से भ्रम की स्थिति बन जाती थी। अब, ईवीएम/वीवीपीएटी की गिनती पोस्टल बैलेट की गिनती पूरी होने के बाद ही शुरू होगी।
यह कदम विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि चुनाव आयोग ने दिव्यांगजनों और 85 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों के लिए घर से मतदान की सुविधा शुरू की है, जिससे पोस्टल बैलेट की संख्या में वृद्धि हुई है।
चुनाव आयोग ने रिटर्निंग अधिकारियों (आरओ) को भी निर्देश दिया है कि वे डाक मतपत्रों की अधिक संख्या वाले मामलों में पर्याप्त टेबल और मतगणना कर्मचारियों की व्यवस्था करें।
यह चुनाव प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने की दिशा में एक और कदम है। आयोग ने मतदाताओं के लिए मोबाइल जमा सुविधाएं, मतदान केंद्रों की वेबकास्टिंग और प्रौद्योगिकी का बेहतर उपयोग जैसी पहल भी की है।