सोनम वांगचुक की मुश्किलें बढ़ सकती हैं क्योंकि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) फेमा अधिनियम के तहत उनके एनजीओ, सेकमोल की जांच शुरू करने की उम्मीद है। रिपोर्टों में आरोप लगाया गया है कि सेकमोल विदेशी दान और धन का सटीक विवरण देने में विफल रहा है, और एफसीआरए अधिनियम के प्रावधानों का पालन नहीं किया है। संस्थान पर विदेश से प्राप्त धन वापस करने में भी विफल रहने का आरोप है। इस बीच, गृह मंत्रालय ने उनके खिलाफ की गई कड़ी कार्रवाई के तहत वांगचुक का एफसीआरए पंजीकरण रद्द कर दिया है।
Trending
- आदिवासी विकास: शिक्षा, संस्कृति और विरासत का संगम
- भारत-पाक तनाव में चीन की मध्यस्थता? बीजिंग का चौंकाने वाला दावा
- 2026: तीसरे विश्व युद्ध, AI नियंत्रण से बाहर? बाबा वेंगा की डरावनी भविष्यवाणियां
- काजोल-तनुजा की ‘डबल मस्ती’ 2025 का बेस्ट मोमेंट: एक्ट्रेस ने खोला राज
- झारखंड के 13 जिलों में शीतलहर का पूर्वानुमान, घने कोहरे की चेतावनी
- दीप्ति शर्मा बनीं T20Is में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली भारतीय, रचा नया कीर्तिमान
- झारखंड हाईकोर्ट का सख्त रुख: रांची जेल में कैदियों की पार्टी पर उठाए सवाल
- जेएसएससी-सीजीएल नियुक्ति पत्र वितरण: सीएम सोरेन ने दिलाई शपथ
