सोनम वांगचुक लद्दाख में राज्य का दर्जा दिलाने की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे हैं। विरोध प्रदर्शन के हिंसक होने के बाद उन्होंने अनशन खत्म कर दिया। सोनम वांगचुक लद्दाख के एक इंजीनियर, शिक्षक और पर्यावरण कार्यकर्ता हैं, जो लद्दाख के लोगों के अधिकारों के लिए आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं। यह लड़ाई 2019 में भारत सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद शुरू हुई, जिसने जम्मू और कश्मीर को विशेष दर्जा दिया था। इस बदलाव के बाद, राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों – जम्मू और कश्मीर और लद्दाख में विभाजित कर दिया गया। वांगचुक का मानना है कि लद्दाख को संविधान की छठी अनुसूची के तहत लाया जाना चाहिए ताकि क्षेत्र को अधिक स्वायत्तता मिल सके और उसकी संस्कृति और पर्यावरण की रक्षा हो सके। उनके अभियान में 2020 में एक भूख हड़ताल भी शामिल थी, जिसने पूरे देश का ध्यान खींचा। अपनी सक्रियता के अलावा, उन्होंने एक बॉलीवुड फिल्म के जरिए भी कई लोगों का दिल जीता। यह एक व्यंग्यात्मक कॉमेडी-ड्रामा फिल्म है, जिसे राजकुमार हिरानी ने लिखा, संपादित और निर्देशित किया है, अभिजात जोशी ने सह-लेखन किया है और विधु विनोद चोपड़ा ने प्रोड्यूस किया है।
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