पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में हुई घटनाओं को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि यह सब एक साजिश थी और यूएन में उनके खिलाफ सबोटाज किया गया। ट्रंप ने तीन घटनाओं का जिक्र किया: एस्केलेटर का खराब होना, टेलीप्रॉम्प्टर का बंद हो जाना और भाषण के दौरान आवाज में समस्या आना। उन्होंने इन घटनाओं को लेकर संयुक्त राष्ट्र के महासचिव से जांच की मांग की है।
ट्रंप ने कहा कि एस्केलेटर तब रुक गया जब वह और इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी उस पर चढ़ रहे थे। उन्होंने कहा, “हम गिरते-गिरते बचे, यह एक साजिश थी।” इसके बाद ट्रंप ने आरोप लगाया कि भाषण के दौरान टेलीप्रॉम्प्टर भी बंद हो गया। उन्होंने कहा कि उन्हें हॉल में मौजूद लोगों को संबोधित करने में कठिनाई हुई क्योंकि टेलीप्रॉम्प्टर काम नहीं कर रहा था। ट्रंप ने बिना टेलीप्रॉम्प्टर के ही 57 मिनट का भाषण दिया।
तीसरी घटना में, ट्रंप ने बताया कि भाषण के बाद उन्हें पता चला कि उनकी आवाज हॉल में सुनाई नहीं दे रही थी, जिससे श्रोता उनकी बात नहीं सुन पाए। ट्रंप ने कहा कि यह सब संयोग नहीं था और उन्होंने संयुक्त राष्ट्र पर उनके खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया। उन्होंने इस मामले में तुरंत जांच की मांग की है और सुरक्षा कैमरों की फुटेज सुरक्षित रखने की भी अपील की है।
इस मामले में संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि एस्केलेटर एक सुरक्षा तंत्र की वजह से रुका था। संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता ने बताया कि एक वीडियोग्राफर के कारण एस्केलेटर रुका था।