अफगानिस्तान में तालिबान ने शरिया कानून के तहत कठोर सजाएं देना जारी रखा है। अमु न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले महीने 114 लोगों को कोड़े मारे गए, जिनमें 20 महिलाएं शामिल थीं। संयुक्त राष्ट्र सहित कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने इन सजाओं की निंदा की है। पीड़ितों को काबुल, परवान और तखर सहित विभिन्न प्रांतों में कोड़े मारे गए, जिनमें घर से भागने या नैतिक भ्रष्टाचार के आरोप शामिल थे। मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने तालिबान की इन कार्रवाइयों की कड़ी आलोचना की है, और कहा है कि यह नागरिकों में डर पैदा करने और अपनी सत्ता को मजबूत करने का एक तरीका है।
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