यूनाइटेड किंगडम, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया ने हाल ही में फिलिस्तीनी राज्य को मान्यता देने का ऐलान किया है। इस फैसले से अमेरिका और इज़राइल के बीच तनाव बढ़ने की आशंका है।
यूके के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “आज, फिलिस्तीनियों और इजरायलियों के लिए शांति की उम्मीद जगाने और दो-राज्य समाधान को बढ़ावा देने के लिए, यूनाइटेड किंगडम ने आधिकारिक तौर पर फिलिस्तीन राज्य को मान्यता दी है।”
कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने भी फिलिस्तीन को राज्य के रूप में मान्यता देने की बात कही।
कनाडाई प्रधानमंत्री ने एक बयान में कहा कि कनाडा फिलिस्तीन राज्य को मान्यता देता है और फिलिस्तीन और इज़राइल के बीच शांतिपूर्ण भविष्य के निर्माण में साझेदारी करेगा। उनका कहना था कि यह दो-राज्य समाधान की संभावना को बनाए रखने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय प्रयास का हिस्सा है। कनाडा इस मान्यता को रामबाण नहीं मानता, लेकिन यह संयुक्त राष्ट्र चार्टर में निहित आत्मनिर्णय और मानवाधिकारों के सिद्धांतों के अनुरूप है।
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने भी फिलिस्तीनी राज्य को मान्यता देने की घोषणा की।
इज़राइल और अमेरिका ने इस फैसले की आलोचना की है, जबकि यूके के प्रधानमंत्री का कहना है कि इसका मकसद गाजा में युद्ध को खत्म करना और शांति स्थापित करना है।