सिंगापुर में स्कूबा डाइविंग के दौरान गायक जुबिन गर्ग की मृत्यु हो गई, जिससे बॉलीवुड में शोक की लहर दौड़ गई और स्कूबा डाइविंग को लेकर कई सवाल उठ खड़े हुए। यह गतिविधि कितनी खतरनाक है, क्या तैराकी न जानने वालों को इसे करना चाहिए, और तैराकी और स्कूबा डाइविंग में क्या अंतर है? इन सवालों के जवाब तलाशे जा रहे हैं।
स्कूबा डाइविंग पानी के अंदर की जाने वाली एक गतिविधि है, जिसमें सेल्फ-कंटेन्ड अंडरवाटर ब्रीदिंग अपरेटस का उपयोग किया जाता है। यह आपको पानी के अंदर लंबे समय तक रहने और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने की अनुमति देता है। आगे बढ़ने के लिए फिन का उपयोग किया जाता है और उछाल को नियंत्रित करने के लिए BCD का इस्तेमाल होता है।
**क्या स्कूबा डाइविंग मुश्किल है?**
स्कूबा डाइविंग मुश्किल नहीं है, लेकिन इसके लिए विशेष कौशल की आवश्यकता होती है। शुरुआती दौर में यह चुनौतीपूर्ण लग सकता है, लेकिन प्रशिक्षण और अभ्यास से इसमें महारत हासिल की जा सकती है। आपको तैरने, पैर चलाने और सांस लेने में कुशल होना होगा। पर्याप्त अभ्यास के बाद ही इस गतिविधि को आज़माना चाहिए।
**कौशल और आत्मविश्वास ज़रूरी**
स्कूबा डाइविंग के लिए तैराकी से अलग कौशल और आत्मविश्वास की आवश्यकता होती है। इसके लिए आपको ओलंपिक तैराक होने की ज़रूरत नहीं है, बस पानी में सहज होना चाहिए, तैरना आना चाहिए, और पानी में डूबे मास्क को संभालने में सक्षम होना चाहिए।
**क्या स्कूबा डाइविंग के लिए तैरना ज़रूरी है?**
ज़रूरी नहीं कि अगर आपको तैराकी नहीं आती है तो आप स्कूबा डाइविंग नहीं कर सकते। ‘डिस्कवर स्कूबा डाइविंग’ जैसे कार्यक्रम ऐसे लोगों के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। हालांकि, एक पेशेवर प्रशिक्षक की उपस्थिति ज़रूरी है, और आप ‘ट्राई डाइव’ कार्यक्रमों में भाग ले सकते हैं। अकेले स्कूबा डाइविंग करना जोखिम भरा हो सकता है। पूरी तरह से स्कूबा डाइविंग करने के लिए तैराकी परीक्षण पास करना ज़रूरी है।
**तैराकी और स्कूबा डाइविंग में अंतर**
तैराकी में हाथों और पैरों का इस्तेमाल करके आगे बढ़ते हैं, जबकि स्कूबा डाइविंग में तैरने और फिन की मदद से आगे बढ़ते हैं। स्कूबा गियर आपको पानी के अंदर उछाल और सांस लेने में मदद करता है। अगर आपको तैराकी आती है, तो स्कूबा डाइविंग आपके लिए आसान हो सकती है। मनोरंजक स्कूबा डाइविंग के लिए तैराकी एक अच्छा आधार हो सकती है।