मुख्यमंत्री ने रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के लिए राज्य सरकार के समर्थन का आश्वासन दिया।
रांची। राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार और मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने खेलगांव, रांची स्थित टाना भगत इंडोर स्टेडियम में आयोजित “ईस्ट टेक सिम्पोजियम-2025” (डिफेंस एक्सपो) के उद्घाटन समारोह में भाग लिया।
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने इस अवसर पर कहा कि यह राज्य के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है। केंद्रीय रक्षा मंत्रालय ‘ईस्ट टेक सिम्पोजियम-2025’ का ऐतिहासिक आयोजन राजधानी रांची के वीर टाना भगत इंडोर स्टेडियम परिसर, खेलगांव में कर रहा है।
यह आयोजन रक्षा क्षेत्र में नए विकास को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि इस आयोजन के उद्देश्यों को प्राप्त किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में रक्षा क्षेत्र से जुड़े उद्योगों के विकास की अपार संभावनाएं हैं और राज्य सरकार रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के लिए केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम करने को प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि झारखंड संभावनाओं का प्रदेश है। यहां रक्षा क्षेत्र में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल की प्रचुरता है। यहां पर्याप्त मात्रा में यूरेनियम भी उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि झारखंड में कई बड़े उद्योग स्थापित हुए हैं, और उद्योगों के विस्तार में राज्य की देश में एक अलग पहचान है। उन्होंने एचईसी जैसे संस्थानों के महत्व पर भी प्रकाश डाला, जो कभी देश के औद्योगिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते थे, लेकिन वर्तमान में संघर्ष कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने केंद्र और राज्य सरकारों के बीच समन्वय की आवश्यकता पर बल दिया ताकि उद्योग को बढ़ावा दिया जा सके और आत्मनिर्भरता हासिल की जा सके। उन्होंने कहा कि संयुक्त प्रयासों से रक्षा उद्योग क्षेत्र में नए आयाम जोड़े जा सकते हैं।
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने भारतीय सशस्त्र सेना के रक्षा प्रमुखों की उपस्थिति का स्वागत किया और एमएसएमई क्षेत्र में उनके प्रयासों की सराहना की। उन्होंने रक्षा क्षेत्र को राज्य सरकार के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया।
राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार और मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों और रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने डिफेंस एक्सपो का दौरा किया, जिसमें देशभर से रक्षा क्षेत्र के विशेषज्ञ, औद्योगिक संस्थान, तकनीकी संस्थान और लघु एवं मध्यम उद्योग शामिल हुए।
इस अवसर पर केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, भारतीय सशस्त्र सेना के रक्षा प्रमुख (सीडीएस) अनिल चौहान, झारखंड के मुख्य सचिव अलका तिवारी, पूर्वी कमान प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल रामचंद्र तिवारी, पूर्वी कमान एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ सूरत सिंह, और रक्षा मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।