पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने स्पष्ट किया है कि सऊदी अरब के साथ हुए रक्षा समझौते में परमाणु सुरक्षा का प्रावधान नहीं है। उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि पाकिस्तान परमाणु हथियारों को किसी और देश को नहीं दे सकता है और ये हथियार सिर्फ पाकिस्तान की सुरक्षा के लिए हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेगा।
यह बयान इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि हाल ही में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और सेना प्रमुख ने सऊदी अरब के साथ एक रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इस समझौते के बाद यह चर्चा तेज़ हो गई थी कि पाकिस्तान ने सऊदी अरब को परमाणु हथियार किराए पर दिए हैं। समझौते के तहत, अगर दोनों में से किसी एक देश पर हमला होता है तो इसे दोनों पर हमला माना जाएगा। मध्य पूर्व में, इज़राइल के पास ही परमाणु हथियार हैं।
ख्वाजा आसिफ ने यह भी कहा कि पाकिस्तान खाड़ी के अन्य देशों के साथ भी ऐसे ही समझौते करने पर विचार कर रहा है। उनका कहना है कि पाकिस्तान का लक्ष्य सभी मुस्लिम देशों को एकजुट करना है। सऊदी अरब के साथ हुए समझौते के बाद ईरान को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। पाकिस्तान के सूचना मंत्री ने कहा कि यह समझौता दो पवित्र मस्जिदों की रक्षा के लिए किया गया है, क्योंकि इज़राइल खाड़ी देशों को निशाना बना सकता है।