22 सितंबर 2025 से GST 2.0 लागू होने वाला है, जिसके चलते देश की प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनियों ने कारों की कीमतें कम कर दी हैं। टाटा, महिंद्रा और मारुति जैसी कंपनियों की गाड़ियाँ 1.2 लाख से 1.5 लाख रुपये तक सस्ती हो गई हैं। इस बीच, मोतीलाल ओसवाल की एक नई रिपोर्ट आई है जिसमें GST 2.0 के बाद ऑटो सेक्टर के विकास की संभावनाओं पर प्रकाश डाला गया है। आइए जानते हैं कि क्या आने वाले समय में कार की कीमतों में और गिरावट आएगी या फिर कीमतें वर्तमान स्तर पर ही बनी रहेंगी।
ऑटो सेक्टर के लिए नया विकास परिदृश्य
- मांग बढ़ने की उम्मीद के कारण, मोतीलाल ओसवाल ने वॉल्यूम ग्रोथ के अनुमान को भी संशोधित किया है।
- टू-व्हीलर सेल्स के FY26 में 4% और FY27 में 7.5% बढ़ने की उम्मीद है, जबकि पहले यह अनुमान 1% और 5.7% था।
- पैसेंजर वाहनों की बिक्री FY26 में 3% और FY27 में 8% तक बढ़ सकती है, जबकि पहले 2% और 4% का अनुमान था।
- कमर्शियल वाहनों की बिक्री FY26 में 5% और FY27 में 7% तक बढ़ने का अनुमान है।
- ट्रैक्टरों की बिक्री FY26 में 10% और FY27 में 6% तक बढ़ने की संभावना है।
प्रीमियम मॉडलों की ओर रुझान
रिपोर्ट में कहा गया है कि ग्राहकों का रुझान प्रीमियम गाड़ियों की ओर बढ़ रहा है। इसका मतलब है कि लोग छोटे या बजट सेगमेंट की गाड़ियों की बजाय उन्नत सुविधाओं और अधिक आराम वाली कारें खरीदना पसंद कर रहे हैं। हालांकि, छोटी कारों की मांग भी धीरे-धीरे बढ़ सकती है, क्योंकि वे निचले स्तर से रिकवर कर रही हैं।
बढ़ती मांग के साथ डिस्काउंट में कमी क्यों?
मोतीलाल ओसवाल की नई रिपोर्ट के अनुसार, कार और टू-व्हीलर की मांग में पहले से ही सुधार देखा जा रहा है। ऐसे में, कंपनियां अपने मुनाफे को बेहतर बनाने के लिए डिस्काउंट को कम करने पर विचार कर रही हैं। रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि जैसे-जैसे मांग बढ़ेगी, डिस्काउंट कम होते जाएंगे, जिससे ऑटो निर्माताओं के मार्जिन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
GST कटौती एक बड़ा बदलाव
ऑटो सेक्टर के लिए वास्तविक राहत GST काउंसिल का हालिया निर्णय है। अधिकांश ऑटो सेगमेंट पर टैक्स को 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत कर दिया गया है। SUVs (4 मीटर से अधिक लंबी) पर टैक्स अब 40 प्रतिशत है, जो पहले 43.50 प्रतिशत था। यह टैक्स कटौती 22 सितंबर 2025 से लागू हुई है, और इसका सीधा लाभ ग्राहकों को मिल रहा है।
कीमतों में उल्लेखनीय कमी
टाटा मोटर्स और महिंद्रा की कारें अब ₹1.5 लाख तक सस्ती हो गई हैं। इसी तरह, टोयोटा फॉर्च्यूनर की कीमत में ₹3.49 लाख तक की कमी आई है। मारुति की गाड़ियाँ भी ₹1.2 लाख तक सस्ती हो गई हैं।
ग्राहकों के लिए इसका क्या मतलब है?
यह स्पष्ट है कि जब गाड़ियों की कीमतें पहले ही कम हो गई हैं, तो कंपनियां फेस्टिव सीजन में अतिरिक्त डिस्काउंट देने से बचेंगी। यदि आप फेस्टिव ऑफर्स का इंतजार कर रहे हैं, तो आपको कोई विशेष लाभ मिलने की संभावना नहीं है।