भारत के उभरते हुए भाला फेंक खिलाड़ी सचिन यादव ने विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अपने शानदार प्रदर्शन से सभी को हैरान कर दिया। उन्होंने गुरुवार को पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा के फाइनल में नीरज चोपड़ा और पाकिस्तान के अर्शद नदीम को पीछे छोड़ दिया।
हालांकि सचिन पदक जीतने से चूक गए, लेकिन उन्होंने चौथा स्थान हासिल किया। भारत के स्टार खिलाड़ी नीरज चोपड़ा 8वें स्थान पर रहे और शीर्ष 5 में भी जगह नहीं बना पाए। कोच नौसेना सिंह ने बताया कि उन्होंने सचिन को प्रेरित किया था कि वह अर्शद नदीम से आगे रहें।
नौसेना सिंह ने कहा, “मैंने सचिन से कहा था कि किसी भी हालत में नदीम से आगे रहना है। उन्होंने वादा किया था और करके दिखाया। मुझे लगता है कि यह अतिरिक्त प्रेरणा थी। नीरज दुनिया के सर्वश्रेष्ठ हैं, लेकिन सचिन ने साबित कर दिया कि उनमें सर्वश्रेष्ठ बनने की क्षमता है।”
उन्होंने आगे कहा, “मैंने उन्हें याद दिलाया कि उनके पास बड़ी थ्रो करने की ताकत और तकनीक दोनों है। मेरा लक्ष्य आज उनके लिए 90 मीटर का था। उन्होंने प्रैक्टिस में 90 मीटर फेंका है। फाइनल में भले ही वह थोड़ा पीछे रह गए, लेकिन उन्होंने साबित कर दिया कि वे विश्व चैंपियनशिप के दबाव को संभाल सकते हैं।”
भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (AFI) अब सचिन के प्रशिक्षण स्थल को दिल्ली के जेएलएन स्टेडियम से बेंगलुरु के पास स्थित स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI) सुविधा या पटियाला के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्ट्स (NIS) में बदलने पर विचार कर रहा है।
AFI के अध्यक्ष ललित भनोट ने कहा, “AFI पिछले 15 सालों से भाला फेंक पर ध्यान दे रहा है। पहले हमारे पास विदेशी कोच थे, लेकिन जब भारत ने पदक नहीं जीते तो हमसे सवाल किया गया कि हम भाला फेंक पर इतना ध्यान क्यों दे रहे हैं? आज हमारे पास नीरज और सचिन हैं।”
उन्होंने यह भी कहा, “यश वीर और रोहित ने भी विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई किया है। देश में भाला फेंक क्रांति आ रही है। सचिन को हर वो समर्थन मिलेगा जिसकी उन्हें जरूरत है, क्योंकि वह विश्व स्तर के खिलाड़ी हैं।”