सरकार पूरे देश में 20% एथेनॉल-मिश्रित पेट्रोल (E20) की आपूर्ति कर रही है और अब ब्लेंडेड डीजल लाने की तैयारी कर रही है। E20 पेट्रोल की सफलता के बाद, सरकार अब डीजल में भी एथेनॉल आधारित ईंधन का मिश्रण करने की योजना बना रही है। पहले, सरकार ने डीजल में एथेनॉल मिलाने की कोशिश की थी, लेकिन यह सफल नहीं हो पाया। इसलिए, अब एथेनॉल से बनने वाले आइसोब्यूटेनॉल को डीजल में मिलाने की योजना है। यह अभी प्रयोग के चरण में है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि डीजल में 10% एथेनॉल मिलाने का प्रयोग असफल रहा। अब आइसोब्यूटेनॉल मिलाने के प्रयास हो रहे हैं। वर्तमान में, पूरे देश में E20 पेट्रोल बेचा जा रहा है, जिसमें 20% एथेनॉल और 80% पेट्रोल होता है। एथेनॉल गन्ने, मक्का, और चावल जैसे अनाजों से बनाया जाता है। E20 की शुरुआत अप्रैल 2023 में चुनिंदा पंपों पर हुई और अप्रैल 2025 तक पूरे भारत में लागू हो गया। E20 से पहले, E10 पेट्रोल इस्तेमाल होता था जिसमें केवल 10% एथेनॉल होता था। केंद्रीय मंत्री ने एथेनॉल कार्यक्रम को लेकर हुई आलोचनाओं को खारिज किया और बताया कि यह एक अभियान था जो तथ्यों पर आधारित नहीं था। उन्होंने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने इस मुद्दे पर दायर याचिकाओं को पहले ही खारिज कर दिया है।
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