संयुक्त राज्य अमेरिका ने जापान में मध्यम दूरी की टायफॉन मिसाइल प्रणाली का प्रदर्शन किया, जिससे चीन और रूस दोनों ने नाराजगी व्यक्त की है। अमेरिका ने पहले ही फिलीपींस में टायफॉन तैनात किया है और ऑस्ट्रेलिया भी इस प्रणाली का उपयोग करता है। यह तैनाती ‘रेसोल्यूट ड्रैगन 2025’ सैन्य अभ्यास का हिस्सा थी, जिसमें 20,000 अमेरिकी और जापानी सैनिक शामिल थे। टायफॉन मिसाइल प्रणाली 1600 किलोमीटर तक की दूरी पर स्थित लक्ष्यों को भेदने में सक्षम है, जिसमें टॉमहॉक क्रूज मिसाइलें और एसएम-6 इंटरसेप्टर शामिल हैं। यह चीन की पूर्वी सीमा और रूस के कुछ क्षेत्रों को निशाना बना सकती है। टास्क फोर्स के कमांडर कर्नल वेड जर्मन ने कहा कि विभिन्न प्रकार की प्रणालियों की तैनाती विरोधियों के लिए एक मुश्किल स्थिति पैदा करती है। उन्होंने कहा कि टायफॉन की त्वरित तैनाती से अमेरिका अपनी रणनीतिक योजनाओं को आगे बढ़ा सकता है। चीन और रूस ने अमेरिका पर क्षेत्र में हथियारों की होड़ को भड़काने का आरोप लगाया है।
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