मेरठ से प्रयागराज के बीच बन रहे गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य अब समाप्ति की ओर बढ़ रहा है। अमरोहा जिले के हसनपुर तहसील में, यह एक्सप्रेसवे पूरी तरह से बन चुका है। अब बस अंतिम चरण का कार्य चल रहा है, जो लगभग पूरा हो चुका है। उम्मीद है कि अगले महीने से इस मार्ग पर वाहनों का आवागमन शुरू हो जाएगा।
हसनपुर क्षेत्र में 23.60 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे का निर्माण 12 अक्टूबर 2025 तक पूरा करने की योजना है, हालांकि सड़क निर्माण और प्रकाश व्यवस्था का कार्य पहले ही पूरा हो चुका है। बारिश के पानी की निकासी के लिए पाइपलाइन बिछाने का कार्य भी पूरा हो गया है।
मंगरोला में हसनपुर-रहरा रोड पर एक ओवरब्रिज और टी-प्वाइंट बनाया गया है। इस टी-प्वाइंट के दोनों तरफ चार टोल प्लाजा भी बनाए गए हैं। इसके अतिरिक्त, पांडापुर में गंगा नदी पर पुल का निर्माण भी पूरा हो गया है।
अधिकारियों के अनुसार, बारिश के कारण कुछ फिनिशिंग का काम रुक गया था, जिसे अगले एक महीने के भीतर पूरा कर लिया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि मेरठ से प्रयागराज तक 594 किलोमीटर लंबा गंगा एक्सप्रेसवे नवंबर महीने में खोला जाएगा।
एक्सप्रेसवे के खुलने से मेरठ से प्रयागराज की यात्रा करना बहुत आसान हो जाएगा। अमरोहा के लोगों को भी दोनों शहरों की यात्रा में सुविधा मिलेगी। यह मार्ग प्रयागराज और आसपास के जिलों से तिगरी मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए बहुत उपयोगी साबित होगा। इसके अलावा, मेरठ, हापुड़ और अमरोहा के श्रद्धालु अब आसानी से संगम स्नान के लिए पहुंच पाएंगे।
इसके अतिरिक्त, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के वकील और वादी भी प्रयागराज उच्च न्यायालय तक पहुंचने में बड़ी राहत महसूस करेंगे। वे सुबह अपने घर से निकलकर प्रयागराज में अपने मामले की पैरवी करने के बाद उसी दिन वापस लौट सकेंगे।
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