यह अब सार्वजनिक हो गया है! Gen Z के युवाओं ने गुरुवार को काठमांडू में एक प्रेस कांफ्रेंस में अपना दस-सूत्रीय एजेंडा पेश किया। तीन दिन की अशांति के बाद, देशव्यापी विरोध प्रदर्शनों के केंद्र में रहे युवा प्रतिनिधियों ने अपनी योजना प्रस्तुत की, जिसका उद्देश्य हिंसक प्रदर्शनों को रोकना था, जिसके कारण प्रधानमंत्री और अन्य मंत्रियों को पद छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा। दिवाकर दंगल, अमित बानिया और जूनल दंगल ने मीडिया को संबोधित किया और उन कदमों पर प्रकाश डाला जिनके माध्यम से वे राष्ट्र में स्थिरता ला सकते हैं। इस एजेंडे में संसद को भंग करने, संविधान में संशोधन करने और एक अंतरिम सरकार बनाने जैसी मांगें शामिल हैं। नेपाल में सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगने के बाद युवाओं का गुस्सा अब एक संगठित आंदोलन में बदल गया है।
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