यह अब सार्वजनिक हो गया है! Gen Z के युवाओं ने गुरुवार को काठमांडू में एक प्रेस कांफ्रेंस में अपना दस-सूत्रीय एजेंडा पेश किया। तीन दिन की अशांति के बाद, देशव्यापी विरोध प्रदर्शनों के केंद्र में रहे युवा प्रतिनिधियों ने अपनी योजना प्रस्तुत की, जिसका उद्देश्य हिंसक प्रदर्शनों को रोकना था, जिसके कारण प्रधानमंत्री और अन्य मंत्रियों को पद छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा। दिवाकर दंगल, अमित बानिया और जूनल दंगल ने मीडिया को संबोधित किया और उन कदमों पर प्रकाश डाला जिनके माध्यम से वे राष्ट्र में स्थिरता ला सकते हैं। इस एजेंडे में संसद को भंग करने, संविधान में संशोधन करने और एक अंतरिम सरकार बनाने जैसी मांगें शामिल हैं। नेपाल में सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगने के बाद युवाओं का गुस्सा अब एक संगठित आंदोलन में बदल गया है।
Trending
- बिहार में औद्योगिकरण को बढ़ावा: नए गारमेंट्स यूनिट और इंडस्ट्रियल कॉरिडोर
- नेपाल में राजनीतिक संकट: अंतरिम प्रधानमंत्री के लिए सुशीला कार्की की उम्मीदवारी
- पीएम मोदी ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में राहत कार्यों का किया ऐलान, मंत्रियों को जिम्मेदारी सौंपी
- स्वास्थ्य मंत्री को धमकी: मेडिकल छात्र वाराणसी में गिरफ्तार
- पीएम मोदी कल मणिपुर में: 8500 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की शुरुआत
- बांग्लादेश ने हांगकांग को हराया, लिटन दास की कप्तानी पारी
- होंडा की नई इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल का अनावरण: क्या भारत में लॉन्च होगी?
- शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद का बिहार दौरा: राजनीतिक दलों के लिए चेतावनी