तालिबान ने अफगानिस्तान के स्कूलों से 51 विषयों को हटाने का फैसला किया है, जिसे उन्होंने इस्लाम के खिलाफ बताया है। इस फैसले में राष्ट्रीय ध्वज, स्वतंत्रता, राष्ट्रीय एकता, मानवाधिकार, लोकतंत्र, महिला अधिकार, शांति, और अफगानिस्तान का राष्ट्रीय गान जैसे विषय शामिल हैं। इससे पहले, तालिबान ने विश्वविद्यालयों में भी पाठ्यक्रम में बदलाव किए थे। मानवाधिकार समूहों का कहना है कि तालिबान का यह कदम स्कूलों और कॉलेजों पर अपनी विचारधारा थोपने का प्रयास है, जिससे छात्रों की आलोचनात्मक सोच और नागरिक अधिकारों की शिक्षा प्रभावित होगी।
Trending
- प्रलय मिसाइल अब पूरी तरह ‘मेड इन इंडिया’: INDIGIS का हुआ सफल एकीकरण
- नंदा देवी का गुप्त: 60 साल पुराना CIA का परमाणु खज़ाना जो आज भी अनसुलझा
- जनता की समस्याओं का समाधान: कांके सीओ अमित भगत का ‘जनता दरबार’ में त्वरित निर्णय
- पूर्वी सिंहभूम में मतदाता सूची सुधार: 2003 के रिकॉर्ड से होगी मिलान, प्रशासन की अपील
- विजय दिवस पर अनोखा जश्न: हथियारों के नाम वाले व्यंजनों का स्वाद
- पीएम मोदी का जॉर्डन दौरा: आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता, मजबूत होंगे रिश्ते
- रामायण 3D का शानदार टीज़र ‘अवतार 3’ के साथ सिनेमाघरों में!
- ग्रिजली विद्यालय, कोडरमा: बॉयलर फटने से 5 कर्मी घायल, प्रबंधन पर लापरवाही के आरोप
