हाल ही में संपन्न उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की जीत के बाद विपक्षी दलों ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी ने दावा किया कि बीजेपी ने विपक्षी सांसदों के वोट खरीदने के लिए 15 से 20 करोड़ रुपये खर्च किए। उनका आरोप है कि बीजेपी ने लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश की है।
बनर्जी ने कहा कि टीएमसी के सभी सांसदों ने सुदर्शन रेड्डी को वोट दिया, जबकि कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने दावा किया था कि 315 सांसदों ने रेड्डी का समर्थन किया था। उन्होंने क्रॉस वोटिंग की संभावना पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह गुप्त मतदान था।
कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने क्रॉस वोटिंग की स्थिति में जांच की मांग की है, जबकि आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि उनकी पार्टी के सभी सांसदों ने गठबंधन को वोट दिया। एनसीपी नेता सुप्रिया सुले ने सवाल उठाया कि बीजेपी को कैसे पता चला कि किसने किसे वोट दिया। शिवसेना नेता अरविंद सावंत ने भी बीजेपी पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि उन्होंने सांसदों को ब्लैकमेल किया होगा।
हालांकि, बीजेपी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि एनडीए एकजुट है, जबकि विपक्ष बिखरा हुआ है।