कभी तालिबान के डर से सूर्यास्त से पहले क्रिकेट छोड़ने वाला खिलाड़ी, आज एशिया कप में अपनी टीम की जीत का हीरो बन गया। यह कहानी है अज़मतुल्लाह ओमरज़ई की, जिन्होंने हांगकांग के खिलाफ मैच में शानदार प्रदर्शन किया और अफगानिस्तान को जीत दिलाई। उन्होंने बल्ले और गेंद दोनों से कमाल का प्रदर्शन किया, जिससे साबित हुआ कि वे टीम के सबसे बेहतरीन ऑलराउंडर क्यों हैं।
ओमरज़ई ने हांगकांग के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम को संभाला। जब टीम मुश्किल में थी, तब उन्होंने 21 गेंदों में 53 रन बनाए, जिसमें 5 छक्के शामिल थे। उनकी तूफानी पारी की बदौलत टीम ने एक मजबूत स्कोर खड़ा किया।
बल्लेबाजी के बाद, ओमरज़ई ने गेंदबाजी में भी जलवा दिखाया। उन्होंने 2 ओवर में 4 रन देकर 1 विकेट लिया और हांगकांग को 94 रनों पर रोक दिया। ओमरज़ई के शानदार प्रदर्शन ने अफगानिस्तान को जीत दिलाई और यह साबित कर दिया कि वे एक बेहतरीन ऑलराउंडर हैं।