इस महीने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच मुलाकात की संभावना अब खत्म हो गई है। प्रधानमंत्री मोदी इस बार UNGA में शामिल नहीं होंगे, विदेश मंत्री एस जयशंकर भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।
1. आधिकारिक घोषणा: भारत सरकार ने आधिकारिक तौर पर घोषणा की है कि प्रधानमंत्री मोदी इस बार अमेरिका नहीं जाएंगे।
2. UNGA में बदलाव: आमतौर पर, UNGA में राष्ट्राध्यक्ष या सरकार प्रमुख शामिल होते हैं। भारत ने इस बार विदेश मंत्री को भेजने का फैसला किया है।
3. राजनयिक निहितार्थ: विशेषज्ञों का मानना है कि PM मोदी का अमेरिका न जाना, अमेरिका के प्रति भारत के रवैये में बदलाव का संकेत है। मोदी-ट्रंप बैठक की संभावना भी अब नहीं है।
4. वैश्विक परिदृश्य: इस फैसले को क्वाड शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति की अनुपस्थिति और चीन के साथ भारत के बढ़ते सहयोग के संदर्भ में देखा जा रहा है।
5. विदेश मंत्रालय का दृष्टिकोण: विदेश मंत्रालय ने कहा है कि अमेरिका के साथ भारत के संबंध मजबूत हैं, लेकिन PM मोदी का यह निर्णय एक खास संकेत देता है, जो भारत की स्वतंत्र विदेश नीति को दर्शाता है।