डोनाल्ड ट्रंप ने 5 सितंबर को भारत और रूस को चीन के हाथों खो देने की बात कही थी। इसके बाद, उनके सुर बदलते हुए उन्होंने कहा कि वह हमेशा नरेंद्र मोदी के दोस्त रहेंगे, भले ही उन्हें कुछ मामलों में उनके काम पसंद न आ रहे हों।
ट्रंप ने भारत पर लगाए गए टैरिफ का भी ज़िक्र किया। तो, आखिर क्या वजह है कि ट्रंप का भारत को लेकर रवैया बदल रहा है? यहां कुछ प्रमुख कारण दिए गए हैं:
1. **रूस से तेल खरीद**: अमेरिका भारत के रूस से तेल खरीदने के फैसले से नाखुश है, और उसने इसके जवाब में भारत पर टैरिफ लगाया है। भारत का कहना है कि वह राष्ट्रीय हित में तेल खरीद जारी रखेगा।
2. **वैश्विक भूमिका**: भारत वैश्विक मंचों पर अपनी सक्रियता बढ़ा रहा है, जैसे कि शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक में भागीदारी, जहां प्रधानमंत्री मोदी ने चीनी और रूसी नेताओं के साथ द्विपक्षीय वार्ता की।
3. **व्यापार समझौता**: भारत ने अमेरिकी कृषि उत्पादों पर टैरिफ कम करने की मांग को खारिज कर दिया है, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते पर सहमति नहीं बन पाई है।
4. **ब्रिक्स शिखर सम्मेलन**: भारत ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेगा, जहां अमेरिकी टैरिफ से निपटने पर चर्चा होगी।
5. **अमेरिका में प्रतिक्रिया**: ट्रंप के सलाहकारों की भारत विरोधी टिप्पणियों से अमेरिका में नाराजगी पैदा हुई है, जिससे पूर्व अधिकारियों ने भारत के साथ संबंधों को महत्व दिया है।