अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शुक्रवार को कहा कि भारत और रूस चीन के प्रति झुके हुए प्रतीत होते हैं, हाल ही में चीन के तियानजिन में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक के बाद। उन्होंने यह बात भारत, रूस और चीन के बीच बढ़ते सहयोग और बदलते वैश्विक रिश्तों के संदर्भ में कही।
ट्रंप ने क्या कहा?
ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की एक साथ तस्वीर साझा करते हुए लिखा, “ऐसा लगता है कि हमने भारत और रूस को सबसे गहरे, सबसे अंधेरे, चीन के हाथों खो दिया है। उनका भविष्य साथ में लंबा और समृद्ध हो! राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रम्प।”
ट्रंप की यह टिप्पणी दर्शाती है कि अमेरिका इन तीनों देशों के बीच हो रहे हालिया घटनाक्रमों से चिंतित है। हालांकि, उन्होंने भारत, रूस और चीन के लिए “एक लंबा और समृद्ध भविष्य” की कामना की है।
ट्रंप ने चीन के बढ़ते प्रभाव पर भी चिंता जताई, जिसे उन्होंने “सबसे गहरा” और “सबसे अंधेरा” बताया।
2 सितंबर को, एससीओ शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी और रूसी राष्ट्रपति पुतिन के बीच हुई द्विपक्षीय बैठक के कुछ घंटों बाद, ट्रम्प ने भारत-अमेरिका संबंधों को “एकतरफा आपदा” करार दिया था। उन्होंने कहा कि अमेरिका भारत के साथ बहुत कम व्यापार करता है, जबकि भारत अमेरिका को भारी मात्रा में सामान बेचता है। ट्रम्प ने कहा कि भारत ने अमेरिका पर ऊंचे टैरिफ लगाए हैं, जिसकी वजह से अमेरिकी कंपनियां भारत में सामान बेचने में असमर्थ हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारत अपना अधिकांश तेल और सैन्य उत्पाद रूस से खरीदता है, अमेरिका से नहीं।
ट्रंप ने कहा कि भारत ने अपने टैरिफ को शून्य करने की पेशकश की है, लेकिन अब बहुत देर हो चुकी है। उन्हें ऐसा कई साल पहले करना चाहिए था।