प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने जीएसटी में हालिया बदलावों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने पहले देश के व्यापार को नुकसान पहुंचाया, महंगाई बढ़ाई और उसके बाद जीएसटी में बदलाव किए। उन्होंने कहा कि 28% और 12% के स्लैब को हटा दिया गया, लेकिन 40% का एक नया स्लैब जोड़ा गया है। उन्होंने राहुल गांधी के जीएसटी को वापस लेने वाले दावे का समर्थन किया और कहा कि यह साबित हो गया है कि मोदी सरकार का जीएसटी ‘गब्बर सिंह टैक्स’ था।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार आम जनता से टैक्स वसूलने में अंग्रेजों से भी ज्यादा बेरहम है। पिछले 8 सालों में, मोदी सरकार ने जीएसटी से 118 लाख करोड़ रुपये वसूले हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पहले टैक्स फ्री आइटम्स पर भी टैक्स लगाया गया और अब कम टैक्स लगाकर एहसान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने माना है कि जीएसटी 1.0 ‘गब्बर सिंह टैक्स’ था और जीएसटी 2.0 में भी कृषि वस्तुओं पर टैक्स लगाया गया है। पेट्रोल, डीजल और शराब अभी भी जीएसटी से बाहर हैं। उन्होंने कहा कि 28% का टैक्स स्लैब कहीं और नहीं है और किराना पर कम टैक्स होना चाहिए। उन्होंने सरकार पर 40% का नया स्लैब लाने का भी आरोप लगाया।
उन्होंने यह भी कहा कि जीएसटी लागू करते समय मोदी सरकार ने आवश्यक वस्तुओं की कीमतों को कम करने का वादा किया था, जो पूरा नहीं हुआ। उनकी नीतियों के कारण देश में महंगाई चरम पर है, लोग बेरोजगारी से जूझ रहे हैं और व्यापार तबाह हो गया है। उन्होंने कहा कि जीएसटी लागू होने के बाद देश स्थिर हो गया है और अर्थव्यवस्था खराब हो गई है।