भारत और अमेरिका के बीच जारी टैरिफ विवाद के बावजूद, रक्षा क्षेत्र में दोनों देशों के संबंध बढ़ रहे हैं। HAL के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, HAL का एक दल इस महीने अमेरिका जाएगा, जहाँ GE F414-INS6 इंजन के संयुक्त उत्पादन पर बातचीत होगी। ये इंजन तेजस Mk-2 और AMCA के शुरुआती चरण के लिए महत्वपूर्ण हैं। बातचीत मुख्य रूप से तकनीकी सहयोग पर केंद्रित है। इस समझौते में 80% तकनीकी हस्तांतरण शामिल होने की उम्मीद है, लेकिन यह केवल उत्पादन से संबंधित होगा, डिजाइन और विकास से नहीं। इंजन के डिजाइन और विकास के लिए भारत फ्रांस की सैफरान (Safran) के साथ मिलकर काम करेगा। उम्मीद है कि तेजस Mk-2 का उत्पादन अगले वर्ष शुरू हो जाएगा और पहली उड़ान 2027 में होगी, जिसके बाद इसे 2031 तक भारतीय वायु सेना में शामिल करने की योजना है। तेजस Mk-2 एक उन्नत 4.5-जनरेशन का लड़ाकू विमान होगा, जिसमें बेहतर इंजन और क्षमता होगी, जो मिग-29 जैसे पुराने विमानों की जगह लेगा।
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