अमेरिकी अदालत ने एंटीट्रस्ट मामले में Google को राहत दी है, लेकिन साथ ही कंपनी को एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी सौंपी है। पिछले साल, Google को इंटरनेट सर्च में एकाधिकार का दोषी पाया गया था, जिसके बाद कार्रवाई की सिफारिश की गई थी। अदालत ने Google को Chrome ब्राउजर बेचने का आदेश देने पर विचार किया था, लेकिन अब इस फैसले को पलट दिया गया है। हालांकि, अब Google को प्रतिस्पर्धियों के साथ डेटा साझा करना होगा। अदालत के इस फैसले के बाद, Google को अपनी डेटा शेयरिंग नीतियों में महत्वपूर्ण बदलाव करने होंगे। यह मामला Google के Android, Chrome और Apple डिवाइस पर डिफॉल्ट सर्च इंजन सेट करने से जुड़ा था। Google को अब Chrome ब्राउज़र या Android ऑपरेटिंग सिस्टम को बेचने की आवश्यकता नहीं होगी, जो दुनिया के अधिकांश स्मार्टफोन में उपयोग होता है।
Trending
- PKL 12: बेंगलुरु बुल्स और गुजरात जायंट्स ने खोली जीत का खाता
- टोयोटा कारें होंगी सस्ती: फॉर्च्यूनर पर 3.49 लाख रुपये तक की छूट
- भागलपुर रेलवे स्टेशन पर फिलिस्तीन के झंडे और नारों पर हंगामा, पुलिस जांच शुरू
- झारखंड में सनसनीखेज घटना: पति ने पत्नी की हत्या की, माता-पिता पर हमला, खुदकुशी
- छत्तीसगढ़: घटिया दवा आपूर्ति के कारण कंपनी ब्लैकलिस्ट होने की कगार पर
- उपराष्ट्रपति चुनाव में ओवैसी का रुख: इंडिया ब्लॉक के साथ AIMIM
- क्या नीरव मोदी और विजय माल्या का जल्द होगा प्रत्यर्पण? यूके टीम ने तिहाड़ जेल का दौरा क्यों किया?
- उदय और पतन: अश्नीर ग्रोवर के रियलिटी शो में भाग लेने वाले सभी 15 प्रतियोगियों का खुलासा