25 से 31 अगस्त 2025 के बीच, भारतीय सेना, असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस ने मिलकर मणिपुर के कई जिलों में संयुक्त अभियान चलाया। ये ऑपरेशन जिरीबाम, चुराचांदपुर, बिष्णुपुर, काकचिंग, तमेंगलोंग, कांगपोकपी, इंफाल वेस्ट और इंफाल ईस्ट जिलों में चलाए गए। इन अभियानों में सुरक्षा बलों ने तीन उग्रवादियों को गिरफ्तार किया और 53 हथियार, 7 आईईडी (विस्फोटक उपकरण), 10 लाख रुपये की ड्रग्स और भारी मात्रा में युद्ध सामग्री बरामद की।
25 अगस्त को, चुराचांदपुर जिले के मुनुआम गांव में असम राइफल्स ने 1200 WY टैबलेट (लगभग 10 लाख रुपये मूल्य की) जब्त कीं। चंदेल जिले के सिंगतोंग गांव से एके-47, INSAS राइफल, मोर्टार, पिस्तौल, कार्बाइन, पोम्पी गन, गोला-बारूद, संचार उपकरण और बुलेटप्रूफ सामग्री बरामद की गई।
तमेंगलोंग जिले के पांगमोल गांव से असम राइफल्स ने 110 AK-47 राउंड, 16 LMG राउंड, रेडियो सेट और वर्दी बरामद की। इंफाल ईस्ट जिले के ताकेल इलाके से KCP (MFL) का एक सक्रिय कैडर गिरफ्तार हुआ। जिरीबाम जिले के रशीदपुर गांव से INSAS, SLR राइफल, पिस्तौल, 41 राउंड और 6 रेडियो सेट मिले। कांगपोकपी जिले में अलग-अलग जगहों से M-16 राइफल, .303 राइफल, कार्बाइन, पिस्तौल, लाथोड, ग्रेनेड, रेडियो सेट और बुलेटप्रूफ जैकेट बरामद हुईं।
27 अगस्त को तेंगनौपाल जिले के मोरेह (हाओलेनफाई) से एक व्यक्ति को हथियारों की तस्करी और वसूली में शामिल होने के आरोप में पकड़ा गया। 28 अगस्त को काकचिंग, इंफाल वेस्ट और इंफाल ईस्ट जिलों से KCP और KYKL जैसे प्रतिबंधित संगठनों के सक्रिय उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया। लोकटक झील के पास भी हथियार और विस्फोटक पाए गए।
29 अगस्त को बिष्णुपुर जिले के मोइरांग क्षेत्र से PREPAK (Pro) का एक सक्रिय कैडर पकड़ा गया, जिसने पूछताछ में अपने प्रशिक्षण के बारे में जानकारी दी। इसी दिन तेंगनौपाल जिले में भारत-म्यांमार सीमा (बॉर्डर पिलर 86) पर घात लगाकर PLA संगठन के चार सक्रिय कैडरों को गिरफ्तार किया गया।