बिहार में राजनीतिक पारा चढ़ा हुआ है, राजनीतिक बयानबाजी और रैलियों का दौर जारी है। राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान दक्षिणी राज्यों के मुख्यमंत्रियों रेवंत रेड्डी और एमके स्टालिन के शामिल होने से सियासी माहौल गर्मा गया है। उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने रेवंत रेड्डी और स्टालिन के बिहार दौरे पर महागठबंधन पर निशाना साधते हुए इसे राज्य का अपमान बताया। उन्होंने कहा कि डबल इंजन सरकार के नेतृत्व में बिहार विकास की राह पर है, जिसे राहुल-तेजस्वी जैसे राजनीतिक पर्यटकों की अराजक कोशिशों से बचाया जाएगा।
सिन्हा ने आरोप लगाया कि राहुल-तेजस्वी सनातन विरोधी हैं और इसलिए वे सनातन धर्म का अपमान करने वाले नेताओं को बिहार में ला रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि बिहार विरोधी मानसिकता वाले लोगों को राज्य में घुमाने के पीछे राहुल-तेजस्वी का क्या मकसद है, जिससे बिहार की जनता अपमानित महसूस कर रही है। सिन्हा ने दोनों नेताओं पर गैरजिम्मेदाराना व्यवहार करने का आरोप लगाया, जो सुरक्षा घेरों को तोड़कर अप्रिय घटनाओं को अंजाम देना चाहते हैं ताकि सरकार पर दोष मढ़ा जा सके।
उन्होंने कहा कि ये नेता एनडीए सरकार द्वारा बनाई गई सड़कों और पुलों पर चुनावी पर्यटन कर रहे हैं, जबकि आरजेडी और कांग्रेस के शासन में नेताओं ने सड़कों और पुलों के निर्माण के बजाय भ्रष्टाचार किया। उन्होंने कहा कि इंडी गठबंधन बिहार को सर्कस बनाना चाहता है, लेकिन जनता ऐसा नहीं होने देगी।
पटना में बिहार पसमांदा फाउंडेशन ने स्टालिन के खिलाफ विरोध मार्च निकाला और जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने ‘बिहार का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा’ जैसे नारे लगाए।
बीजेपी के मीडिया प्रभारी दानिश इकबाल ने कहा कि रेवंत रेड्डी, स्टालिन और प्रियंका गांधी ने बिहार को गाली दी है और सनातन धर्म का अपमान किया है, जिसका बिहार का हर नागरिक विरोध कर रहा है। बीजेपी ने आरोप लगाया कि पिछली सरकारों ने लोकतंत्र को कमजोर किया, जबकि एनडीए सरकार ने बिहार और देश को पहचान दी।
बीजेपी प्रवक्ता गुरु प्रकाश पासवान ने कहा कि जिन लोगों का स्वागत किया जा रहा है, उनके इतिहास को देखने की जरूरत है, क्योंकि उन्होंने बिहारियों का अपमान किया है।
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेकुलर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सुमन ने कहा कि राहुल-तेजस्वी ने बिहारियों का अपमान किया है और जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी। सुमन ने कहा कि स्टालिन की पार्टी का मानना है कि बिहारी शौचालय साफ करने वाले होते हैं, और ऐसे नेता को बिहार बुलाना 14 करोड़ बिहारियों को गाली देना है।
राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल ने कहा कि जनता में आक्रोश है और एनडीए सरकार के मंत्रियों पर हमले हो रहे हैं। उन्होंने राज्य में कानून व्यवस्था की गंभीर स्थिति पर चिंता व्यक्त की।
विकासशील इंसान पार्टी के मुकेश सहनी ने आरोप लगाया कि बीजेपी, आरएसएस और चुनाव आयोग मिलकर वोट चुरा रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जनता मालिक होती है और आने वाले समय में वे वोट चोरी नहीं होने देंगे।