बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव के दौरान राजनैतिक ताक़तों के परिवारों की युवा शख्सियतें भी अपनी-अपनी दौड़ में उतरती दिखाई दे रही हैं। हर बार जब नया चुनाव निकट आता है, ऐसे नेता उभरते हैं जो अपने पिता की छाया को तोड़ते हुए भविष्य की ओर कदम बढ़ाते हैं। इस बार बिहार में यह परिवर्तन एक दर्जन से अधिक परिवारों में महसूस करने को मिलता है।
1. निशांत कुमार – नीतीश के उत्तराधिकारी
निशांत कुमार, नीतीश कुमार के बेटे, राजनीति में उतरने के संकेत देते हैं। पिताजी की संपत्ति 2024 में 1.64 करोड़ तक पहुंच गई है।
2. ओसामा शहाब – शहाबुद्दीन का बेटा
ओसामा शहाब ने रघुनाथपुर से चुनाव की तैयारी शुरू की है। पिताजी की कुल संपत्ति 2024 में 14 करोड़ से अधिक है।
3. अंशुमान – आनंद मोहन के पुत्र
अंशुमान ने 2020 में पार्टी में शामिल होकर अपने पैरों से चलने का इरादा व्यक्त किया है। पिताजी की संपत्ति 1996 में 10 लाख रुपये के आसपास थी।
4. सार्थक रंजन – पप्पू यादव का बेटा
सार्थक रंजन पप्पू यादव के राजनीतिक अनुभव से सीख कर अपनी पहचान बनाना चाहता है। पिताजी की 2019 संपत्ति 11.95 करोड़ से ज्यादा थी।
5. अभिमन्यु – राम कृपाल यादव के पुत्र
अभिमन्यु ने सामाजिक कार्यों के साथ-साथ अपनी वंशागत प्रतिष्ठा का उपयोग करते हुए भाजपा के मंच पर पॉलिटिकल क्लेट आँकड़े के साथ उतरने की सोच रखता है। पिताजी की 2004 संपत्ति 14 लाख और 2014 में 3 करोड़ थी।
6. अरिजीत शाश्वत – अश्विनी चौबे का बेटा
अश्विनी चौबे के बेटे अरिजीत ने बक्सर के क्षेत्र से चुनाव की घोषणा की है। पिताजी 2014 में 2 करोड़ 21 लाख और 2024 में 4 करोड़ से अधिक का सम्पदाकारी प्रस्तुत करते हैं।
इसी तरह के अन्य संभावित उम्मीदवार भी हैं, जैसे अजीत सिंह, अनीश बारी सिद्दीकी, माधव झा, सोनू सिंह, नितिन आदि। जैसे-जैसे चुनाव निकट आते हैं, बिहार का राजनैतिक परिदृश्य बदलता रहेगा।