डॉक्टरों ने अपनी जान हथेली पर रखकर अनगिनत लोगों को नई जिंदगी दी है। चीन में डॉक्टरों ने एक असाधारण काम किया है। उन्होंने एक इंसान की जान बचाने के लिए सूअर के फेफड़े का इस्तेमाल किया। वैज्ञानिकों ने ‘नेचर मेडिसिन’ में प्रकाशित अध्ययन में बताया कि उन्होंने पहली बार सूअर के फेफड़े को इंसान में सफलतापूर्वक ट्रांसप्लांट किया है। यह ट्रांसप्लांट गुआंगझोउ के नेशनल क्लिनिकल रिसर्च के वैज्ञानिकों ने किया। उन्होंने दिमागी तौर पर मृत व्यक्ति में यह प्रत्यारोपण किया, जो 9 दिनों तक सही ढंग से काम करता रहा। ज़ेनोट्रांसप्लांटेशन, विभिन्न प्रजातियों के अंगों को ट्रांसप्लांट करने की प्रक्रिया है, जिसे अंग-अभाव की समस्या के समाधान के रूप में देखा जा रहा है। गुआंगझोउ अध्ययन के अनुसार, सूअरों से मनुष्यों में दिल और गुर्दे के ट्रांसप्लांट में प्रगति हुई है, लेकिन फेफड़े अपनी जटिलताओं के कारण चुनौतीपूर्ण बने हुए हैं। फेफड़ों का बाहरी हवा के सीधे संपर्क में आने से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। डॉक्टरों ने 22 महीने के, 70 किलोग्राम के चीनी बामा जियांग सूअर से लिए गए फेफड़े को 39 साल के एक पुरुष रोगी में ट्रांसप्लांट किया, जिसे एक सप्ताह से अधिक समय तक निगरानी में रखा गया।
Trending
- कोल्हान बंद का चाईबासा में असर, लाठीचार्ज पर गरमाई सियासत
- नीतीश कुमार का गृहक्षेत्र नालंदा: 2025 चुनाव में क्या बदलेगी सत्ता?
- पाकिस्तान मदरसों की दोहरी नीति: शिक्षा या कट्टरपंथ का गढ़?
- विदेशी कॉन्सर्ट के लिए रैपर वेदन को मिली इजाज़त, हाई कोर्ट ने बदली ज़मानत की शर्तें
- जेमिमा रोड्रिग्स का खुलासा: विश्व कप जीत के पीछे का संघर्ष और विश्वास
- प्रकाश पर्व: गुरुद्वारा नेताओं ने CM को न्योता दिया, भव्य आयोजन की उम्मीद
- मारुति का बड़ा दांव: 8 नई SUV से 50% मार्केट शेयर का लक्ष्य
- बीजापुर में नक्सलवाद पर बड़ी चोट: 51 माओवादियों ने छोड़ा हिंसा का रास्ता
