संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने शनिवार को राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला और दावा किया कि कांग्रेस नेता के अपने ही सांसद उनके बोलने पर असहज हो जाते हैं। एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में, रिजिजू ने गांधी की टिप्पणियों को ‘बकवास’ करार दिया और कहा कि इससे पार्टी को नुकसान होगा।
रिजिजू ने कहा, ‘राहुल गांधी कुछ बोलते हैं, उनके सांसद असहज महसूस करते हैं। वे डरते हैं कि वह अनाप-शनाप बातें करेंगे और पार्टी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।’ उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ गांधी की विवादास्पद टिप्पणियों का भी जिक्र किया, जिसमें उन्होंने पीएम को ‘चोर’ कहा था, जिसके लिए सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें फटकार लगाई थी।
रिजिजू ने राफेल डील और चीन पर गांधी की टिप्पणियों की भी आलोचना की। उन्होंने कहा, ‘उन्हें एक भारतीय की तरह बोलना चाहिए। मैं राहुल गांधी को बदलने वाला नहीं हूं। वह सुनेंगे नहीं। विपक्ष को मजबूत होना चाहिए, लेकिन वे विपक्ष के बुनियादी काम भी नहीं कर पा रहे हैं।’ उन्होंने आगे कहा।
रिजिजू ने गांधी पर देश को ‘अस्थिर’ करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह ‘बहुत ही खतरनाक रास्ते’ पर चल रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘राहुल गांधी एक बहुत ही खतरनाक रास्ते पर जा रहे हैं। जॉर्ज सोरोस कहते हैं कि भारत सरकार को अस्थिर करने के लिए एक ट्रिलियन डॉलर रखे गए हैं। कनाडा, अमेरिका, ब्रिटेन और कई वामपंथी संगठनों में बैठे भारत विरोधी खालिस्तानी बल देश के खिलाफ काम करने की साजिश रच रहे हैं। राहुल गांधी और कांग्रेस उनके साथ समन्वय में काम कर रहे हैं और देश को कमजोर कर रहे हैं।’ रिजिजू ने कहा कि जब कांग्रेस चुनाव नहीं जीत पाती है, तो वह संस्थानों पर हमला करती है और जनता का विश्वास कम करती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ‘न्यायपालिका और चुनाव आयोग को कमजोर करने के लिए’ उन पर आरोप लगाती है। रिजिजू ने कहा, ‘वे वामपंथी मानसिकता के साथ काम कर रहे हैं… राहुल गांधी एक बहुत ही खतरनाक रास्ते पर जा रहे हैं।’ रिजिजू के इन बयानों पर विपक्ष ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।