BCCI ने घरेलू क्रिकेट में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन किया है। बोर्ड ने वनडे टूर्नामेंटों के प्रारूप को नया रूप देने का निर्णय लिया है, जिसके तहत प्लेट ग्रुप प्रणाली लागू की जाएगी। यह बदलाव आगामी घरेलू क्रिकेट सीज़न में देखा जाएगा, जिसकी शुरुआत दिलीप ट्रॉफी 2025 से होगी, जो 28 अगस्त से शुरू होगी। दिलीप ट्रॉफी में 28 अगस्त से दो मैच खेले जाएंगे: पहला नॉर्थ ज़ोन और ईस्ट ज़ोन के बीच, और दूसरा सेंट्रल ज़ोन और नॉर्थ ईस्ट ज़ोन के बीच।
विजय हजारे ट्रॉफी, सीनियर महिला वनडे ट्रॉफी और अंडर-23 पुरुष स्टेट ए ट्रॉफी सहित वनडे घरेलू टूर्नामेंट में सभी टीमें चार एलिट और एक प्लेट ग्रुप में विभाजित होंगी। प्लेट ग्रुप में सबसे नीचे की 6 टीमें होंगी। पहले, प्लेट ग्रुप से 2 टीमें ही ऊपर जाती थीं और 2 टीमें नीचे जाती थीं, लेकिन अब केवल 1 टीम को ही पदोन्नति या निष्कासन मिलेगा।
इसके अलावा, सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और सीनियर महिला टी20 ट्रॉफी में भी परिवर्तन किए गए हैं। अब नॉकआउट चरण की जगह सुपर लीग चरण होगा।
BCCI ने पहले रणजी ट्रॉफी में एलीट और प्लेट ग्रुप फॉर्मेट में मैच आयोजित करने का फैसला किया था। रणजी ट्रॉफी 2025-26 टूर्नामेंट अक्टूबर से इसी प्रारूप में खेला जाएगा।
BCCI ने यह बदलाव घरेलू क्रिकेट को मजबूत करने और खिलाड़ियों के प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए किया है, जिससे अच्छे खिलाड़ी उभर सकें। भारत को 2026 में कई वनडे मैच खेलने हैं और इस निर्णय से कई खिलाड़ियों को राष्ट्रीय टीम में अवसर मिल सकता है। इसमें पुरुष और महिला दोनों खिलाड़ी शामिल हैं। हाल के वर्षों में महिला क्रिकेट ने भी तेजी से प्रगति की है, और यह प्रारूप टीमों को बेहतर प्रदर्शन करने में मदद करेगा।