अभिनेता जॉन अब्राहम ने दिल्ली में आवारा कुत्तों को सड़कों पर छोड़ने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर अपनी खुशी व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि वह इस फैसले के लिए आभारी हैं। पहले, कोर्ट ने आवारा कुत्तों को शेल्टर होम में भेजने का आदेश दिया था, जिसका कई लोगों ने विरोध किया था।
जॉन ने कहा, “मैं सर्वोच्च न्यायालय का आभारी हूं कि उन्होंने माना कि कुत्तों को सड़कों से नहीं हटाया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि कुत्तों की नसबंदी और टीकाकरण के लिए फीडरों को भी मान्यता दी जानी चाहिए। नगर पालिकाओं को एक प्रभावी पशु जन्म नियंत्रण कार्यक्रम के लिए हर गली में पर्याप्त फीडिंग स्टेशन सुनिश्चित करने चाहिए।”
इससे पहले, जॉन ने भारत के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर इस फैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया था। उन्होंने कहा था कि यह जरूरी है कि इन कुत्तों को उनके वर्तमान स्थान से न हटाया जाए। जॉन ने कहा था कि ये कुत्ते ‘आवारा’ नहीं हैं, बल्कि सामुदायिक कुत्ते हैं, जिनसे लोग प्यार करते हैं।
पहले, सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के सभी आवारा कुत्तों को आठ सप्ताह के भीतर पकड़कर आश्रय गृहों में रखने का आदेश दिया था। कोर्ट ने यह भी कहा था कि पकड़े जाने के बाद कुत्तों को वापस सड़कों पर नहीं छोड़ा जाएगा।