भारत सरकार ने साफ कर दिया है कि लोकप्रिय चीनी ऐप टिकटॉक को भारत में दोबारा प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। सोशल मीडिया पर चल रही अटकलों के बावजूद कि टिकटॉक वापसी की योजना बना रहा है, सरकार ने स्पष्ट किया है कि ऐप के लिए दरवाजे बंद रहेंगे।
टिकटॉक पर प्रतिबंध से पहले भारत में इसका बड़ा यूजर बेस था। रिपोर्टों के अनुसार, भारत में टिकटॉक के 20 करोड़ से अधिक सक्रिय उपयोगकर्ता थे और यह दुनिया भर में सबसे अधिक डाउनलोड वाला देश था। 2020 में प्रतिबंध से ठीक पहले भारत टिकटॉक के लिए सबसे बड़ा बाजार था, लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा और डेटा गोपनीयता की चिंताओं के कारण इसे प्रतिबंधित कर दिया गया था।
जून 2020 में, भारत सरकार ने 59 चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाया, जिसमें टिकटॉक भी शामिल था। यह निर्णय देश की सुरक्षा और गोपनीयता को ध्यान में रखते हुए लिया गया था, क्योंकि इन ऐप्स पर भारतीय उपयोगकर्ताओं का डेटा विदेश में भेजने का आरोप था, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा हो सकता था।
हाल ही में, सोशल मीडिया पर यह अफवाह थी कि टिकटॉक किसी भारतीय कंपनी के साथ साझेदारी करके भारत में वापसी कर सकता है। हालांकि, सरकार ने स्पष्ट किया है कि टिकटॉक की वापसी संभव नहीं है।
टिकटॉक के प्रतिबंध के बाद, कई भारतीय शॉर्ट वीडियो प्लेटफॉर्म जैसे मोज, जोश, चिंगारी और रोपोसो लोकप्रिय हुए, जिन्होंने उपयोगकर्ताओं को समान अनुभव प्रदान किया।