Xiaomi, जो पहले स्मार्टफोन और गैजेट्स के लिए जानी जाती थी, अब इलेक्ट्रिक कार बाजार में प्रवेश कर रही है। कंपनी ने अपनी पहली इलेक्ट्रिक कार, SU7 EV लॉन्च करके बाजार में हलचल मचा दी है और अब उसका ध्यान यूरोपीय बाजार पर है। Xiaomi का लक्ष्य टेस्ला और BYD जैसी कंपनियों को टक्कर देना है, जिन्होंने पहले ही यूरोपीय बाजार में अपनी जगह बना ली है।
Xiaomi की योजना है कि वह 2027 तक यूरोप में अपनी इलेक्ट्रिक कारें लॉन्च करे। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, Xiaomi अपने इलेक्ट्रिक कार व्यवसाय का विस्तार करने की योजना बना रही है। कंपनी के प्रेसिडेंट लू वेइबिंग ने भी इस दिशा में संकेत दिए हैं। इलेक्ट्रिक कार लॉन्च के बाद Xiaomi के तिमाही राजस्व में 31% की वृद्धि हुई है, जिससे कंपनी का आत्मविश्वास बढ़ा है।
हालांकि, यूरोप में Xiaomi के लिए प्रतिस्पर्धा कड़ी होगी। चीन की वाहन निर्माता कंपनी को आयात शुल्क और टैरिफ का सामना करना पड़ेगा। यदि Xiaomi यूरोप में कारें बेचती है, तो उसे लगभग 48% टैक्स देना पड़ सकता है, जिसमें 10% बुनियादी शुल्क और 35-38% अन्य शुल्क शामिल हैं। Xiaomi के लिए कीमत और लाभ मार्जिन का प्रबंधन करना एक बड़ी चुनौती होगी। फिलहाल, Xiaomi केवल SU7 इलेक्ट्रिक सेडान बेच रही है। कंपनी ने पिछले साल इस मॉडल के एक लाख यूनिट का उत्पादन किया और इसे भारत में भी प्रदर्शित किया गया।
Xiaomi SU7 Max में 101 kWh की बैटरी है, जो एक बार चार्ज करने पर 800 किलोमीटर तक की ड्राइविंग रेंज प्रदान करती है। Xiaomi SU7 दो संस्करणों में उपलब्ध है: SU7 और SU7 Max। SU7 Max 2.78 सेकंड में 0 से 100 किमी/घंटा की रफ्तार पकड़ सकती है। Xiaomi SU7 10.67 सेकंड में 0 से 200 किमी/घंटा की रफ्तार पकड़ सकती है और इसकी अधिकतम गति 265 किमी/घंटा है। इसमें 668 bhp का आउटपुट और 838 Nm का टॉर्क भी है।