मारुति सुजुकी फ्रॉन्क्स ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है, जिसके साथ ही उसने इतिहास रचा है। कंपनी ने घोषणा की है कि इस कॉम्पैक्ट एसयूवी का उत्पादन 5 लाख यूनिट्स को पार कर गया है। मार्च 2023 में लॉन्च होने के बाद से, फ्रॉन्क्स ग्राहकों के बीच लोकप्रिय रही है। भारत के अलावा, विदेशों में भी इसकी भारी मांग है, और हाल ही में इसका निर्यात 1 लाख यूनिट्स को पार कर गया। खास बात यह है कि हर पांच फ्रॉन्क्स में से एक का निर्यात भारत से किया जाता है।
फ्रॉन्क्स पहली ‘मेड-इन-इंडिया’ एसयूवी है जिसे जापान में निर्यात किया गया है। FY2024-25 में यह भारत से सबसे ज्यादा निर्यात होने वाली पैसेंजर कार भी रही। घरेलू बाजार में भी, यह टॉप 10 सबसे ज्यादा बिकने वाली कारों में शामिल है। फ्रॉन्क्स की वृद्धि उल्लेखनीय रही है, दिसंबर 2023 तक 1 लाख, जून 2024 तक 2 लाख, नवंबर 2024 तक 3 लाख और फरवरी 2025 में 4 लाख यूनिट्स का उत्पादन किया गया। अब जुलाई 2025 में, कंपनी ने 5 लाख यूनिट्स के उत्पादन का आंकड़ा पार कर लिया है।
ग्राहक फ्रॉन्क्स की कूप-स्टाइल डिजाइन और फीचर-लोडेड केबिन को पसंद करते हैं, जिसमें टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट, हेड-अप डिस्प्ले और पडल लैम्प्स जैसे फीचर्स शामिल हैं। इंजन विकल्पों में 1.2-लीटर K-सीरीज पेट्रोल, 1.0-लीटर बूस्टरजेट टर्बो पेट्रोल और CNG शामिल हैं। जापानी संस्करण में ADAS और ऑल-व्हील ड्राइव जैसे उन्नत फीचर्स भी मौजूद हैं। फ्रॉन्क्स का उत्पादन मारुति-सुजुकी के गुजरात प्लांट में किया जाता है, जहां से इसे घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भेजा जाता है।
मारुति फ्रॉन्क्स सब-4 मीटर एसयूवी और प्रीमियम हैचबैक दोनों श्रेणियों में प्रतिस्पर्धा करती है, हुंडई वेन्यू, किआ सोनेट, टाटा नेक्सन और महिंद्रा XUV 3XO जैसी कारों के साथ। यह निसान मैग्नाइट, रेनो काइगर और मारुति बलेनो को भी टक्कर देती है। फ्रॉन्क्स की एक्स-शोरूम कीमत ₹7.58 लाख से शुरू होकर टॉप-एंड अल्फा टर्बो डीटी एटी वेरिएंट के लिए ₹13.04 लाख तक जाती है।