अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच अलास्का में होने वाली मीटिंग पर दुनिया की नजरें टिकी हैं। छह साल बाद, दोनों नेताओं की यह मुलाकात रूस-यूक्रेन युद्ध के तीन साल से जारी संकट को सुलझाने के उद्देश्य से हो रही है।
यह महत्वपूर्ण बैठक अलास्का के एंकोरेज शहर में अमेरिकी सैन्य अड्डे पर आयोजित की गई है। बातचीत का पूरा ब्योरा सार्वजनिक नहीं किया जाएगा, हालांकि मीटिंग के बाद दोनों प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।
बैठक की तैयारी सिर्फ सात दिन में पूरी हुई। आयोजकों ने अलास्का के कुछ अन्य शहरों पर भी विचार किया, लेकिन अंततः एंकोरेज को चुना गया, जो क्रेमलिन से लगभग 4,300 मील और व्हाइट हाउस से लगभग 3,300 मील दूर है।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, जिसमें जॉइंट बेस पर आम लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध और हवाई क्षेत्र को बंद करना शामिल है। बैठक के लिए संचार उपकरण, हथियार और चिकित्सा उपकरण दूसरे शहरों से लाए गए। पुतिन की सुरक्षा के लिए रूस ने भी अपने उपकरण और सामान बेस पर पहुंचाए। वीआईपी सुरक्षा के लिए आवश्यक गाड़ियों की कमी को पूरा करने के लिए अमेरिका और रूस ने गाड़ियाँ भेजीं।
ट्रंप और पुतिन दोनों के लिए सुरक्षा और सुविधा व्यवस्था समान रूप से की गई है। इसका उद्देश्य दोनों नेताओं को समान स्तर की सुरक्षा देना है।
बैठक में रूस-यूक्रेन युद्ध पर मुख्य रूप से चर्चा होगी। ट्रंप ने पुतिन को चेतावनी दी है कि युद्धविराम पर सहमत न होने पर गंभीर परिणाम होंगे। बैठक के बाद दोनों नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे, जिसमें संभावित समाधान और बातचीत के नतीजों पर चर्चा होगी।