अमेरिकी ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेंट ने भारत को आगाह किया है कि रूसी तेल व्यापार पर संभावित रूप से उच्च शुल्क लग सकता है, लेकिन यह काफी हद तक शुक्रवार को अलास्का में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच होने वाली बैठक पर निर्भर करता है।
ब्लूमबर्ग को दिए एक इंटरव्यू में बेसेंट ने कहा, “हमने रूसी तेल खरीदने पर भारत पर द्वितीयक शुल्क लगाया है और अगर चीजें सही नहीं होती हैं, तो इन प्रतिबंधों या शुल्कों को बढ़ाया जा सकता है।”
12 अगस्त को बेसेंट ने कहा कि भारत अमेरिका के साथ अपने व्यापारिक समझौतों में अड़ियल रुख अपना रहा है। उन्होंने कहा कि नई दिल्ली “थोड़ा हठी” है, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा रूस से देश की तेल खरीद का हवाला देते हुए 25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क की घोषणा के कुछ दिन बाद यह बात कही गई।
फॉक्स बिजनेस नेटवर्क के ‘कुडलो’ से बात करते हुए बेसेंट ने कहा कि अभी भी कुछ ‘बड़े व्यापारिक सौदे’ किए जाने बाकी हैं, जिनमें स्विट्जरलैंड और भारत शामिल हैं और अक्टूबर तक शुल्क वार्ताओं को पूरा करने की संभावना है।
अमेरिकी ट्रेजरी सचिव ने कहा, “ऐसे बड़े व्यापारिक सौदे हैं जो पूरे नहीं हुए हैं और जिन पर सहमति नहीं बनी है। स्विट्जरलैंड अभी भी इसमें शामिल है; भारत थोड़ा हठी रहा है। मुझे लगता है कि हमने सभी महत्वपूर्ण देशों के साथ महत्वपूर्ण शर्तों पर सहमति जताई है।”