मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि नशा एक ऐसी बुराई है जो परिवार, समाज और देश को कमजोर करती है। नशा मुक्त मध्यप्रदेश के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए राज्य सरकार हर संभव कदम उठा रही है। 19 धार्मिक क्षेत्रों में शराब की दुकानों और बार पर प्रतिबंध लगाया गया है। पुलिस ने 15 से 31 जुलाई तक ‘नशे से दूरी है जरूरी’ अभियान चलाया। पुलिस नशा तस्करों पर कड़ी नजर रख रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच साल पहले नशा मुक्त भारत अभियान शुरू किया था। मध्य प्रदेश में, कानून और सामाजिक जागरूकता दोनों के माध्यम से नशा मुक्ति पर काम चल रहा है। सरकार समाज से नशे की समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। भोपाल पुलिस ने नशे के अवैध कारोबार में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के लाभार्थियों को 339 करोड़ रुपये की पेंशन का वितरण किया। उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी और नशा मुक्ति पर आधारित एक प्रदर्शनी का दौरा किया।
विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को विवेकानंद नशा मुक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय ज्ञान-विज्ञान दुनिया को चकित करता है। उन्होंने गायत्री परिवार और ब्रह्मा कुमारी संस्था की सराहना की जो समाज में नशा मुक्ति के प्रति जागरूकता फैला रही हैं। मुख्यमंत्री ने नशा मुक्ति की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भगवान बलराम और श्रीकृष्ण के जन्म उत्सव को धूमधाम से मनाएगी।