हरियाणा के नूंह जिले के मुंडाका गांव में दो युवकों के बीच मामूली विवाद से शुरू हुई हिंसा ने सांप्रदायिक रंग ले लिया। मंगलवार को हुई इस घटना में दोनों पक्षों के बीच जमकर पत्थरबाजी हुई और दुकानों में तोड़फोड़ की गई, जिसके बाद इलाके में तनाव का माहौल बन गया।
घटना की शुरुआत तब हुई जब मुंडाका गांव के समय सिंह ने सड़क पर खड़ी एक गाड़ी को हटाने के लिए कहा, जिसके बाद इसरा के बेटे ने उन पर हमला कर दिया। इसके बाद दोनों समुदायों के लोग जमा हो गए और हिंसा भड़क गई।
हिंसा के दौरान, इसरा के घर के बाहर सड़क किनारे स्थित पंचर की दुकानों और एक मोटरसाइकिल को आग लगा दी गई। गुस्साई भीड़ ने दुकानों में तोड़फोड़ की और घरों पर पत्थर भी फेंके, जिससे कई लोग घायल हो गए।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि इस घटना को सांप्रदायिक रंग दिया गया और 2023 में हुई हिंसा से इसका कनेक्शन है। मुंडाका गांव के सरपंच रामकिशोर सैनी का कहना है कि 2023 की हिंसा के बाद इसरा के परिवार ने रंजिश रखी थी और इस घटना को गांव में होने वाले एक कार्यक्रम को ध्यान में रखते हुए अंजाम दिया गया।
पुलिस ने अब तक 12 लोगों को हिरासत में लिया है और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उपद्रवियों की पहचान की जा रही है। पुलिस ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है और अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। घायलों की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है और आगे की जांच जारी है।