बिहार में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं. एनडीए और इंडिया महागठबंधन के बीच इस चुनाव में कड़ी टक्कर होने की संभावना है. दोनों गठबंधनों में नेताओं के आने-जाने का सिलसिला जारी है. मंगलवार को बीजेपी और अन्य दलों के कई नेता आरजेडी में शामिल हुए, जबकि पूर्व मंत्री छेदी राम समेत कई लोगों ने कांग्रेस का हाथ थामा।
आरजेडी में शामिल: आरजेडी के राज्य कार्यालय में हुए एक कार्यक्रम में बीजेपी के कई नेताओं ने आरजेडी की सदस्यता ली. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता मंगनी लाल मंडल ने की और रणविजय साहू ने इसका संचालन किया।
कांग्रेस में शामिल: पूर्व मंत्री छेदी राम अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ कांग्रेस में शामिल हुए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस दलितों और वंचितों की असली पार्टी है. प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने कहा कि कांग्रेस सभी वर्गों को सत्ता में उचित हिस्सेदारी देती है.
अन्य महत्वपूर्ण घटनाक्रम:
* तेज प्रताप यादव की पार्टी में कई लोग शामिल हुए।
* प्राउटिष्ट ब्लॉक, इंडिया (पीबीआई) नामक एक नई पार्टी ने चुनाव में उतरने का फैसला किया।
* भाकपा माले ने कहा कि जनता और राजनीतिक दलों को अंधेरे में रखना लोकतंत्र के लिए हानिकारक है।
* राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) ने दावा किया है कि चिराग पासवान की पार्टी में जल्द ही टूट होगी।
* सीआरपीएफ के पूर्व अधिकारी और अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की।
एलजेपी में टूट की आशंका: राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल ने दावा किया कि चिराग पासवान की पार्टी में जल्द ही बड़े पैमाने पर टूट होगी। उन्होंने कहा कि चिराग पासवान के तानाशाही रवैये के कारण पहले भी पार्टी में कई नेता पार्टी छोड़ चुके हैं।