भारत ‘मेक इन इंडिया’ पहल के साथ वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना रहा है और अब अमेरिका के लिए सबसे बड़े स्मार्टफोन आपूर्तिकर्ता के रूप में उभर रहा है। हाल के आंकड़ों से पता चला है कि भारत ने अमेरिका को स्मार्टफोन की आपूर्ति में चीन को पीछे छोड़ दिया है। यह बदलाव कोविड-19 महामारी और डोनाल्ड ट्रम्प के टैरिफ नीतियों के कारण हुआ, जिसके परिणामस्वरूप Apple ने भारत में अपने संचालन को स्थानांतरित किया।
Canalys के डेटा के अनुसार, 2025 की दूसरी तिमाही में भारत से अमेरिका को स्मार्टफोन शिपमेंट में 240% की वृद्धि हुई, जो अमेरिका भेजे गए कुल स्मार्टफोन का 44% है। पिछले वर्ष यह आंकड़ा 13% था। इसके विपरीत, चीन की हिस्सेदारी घटकर 25% रह गई, जबकि 2024 की दूसरी तिमाही में यह 61% थी।
Canalys के विश्लेषक संयम चौरसिया ने बताया कि भारत 2025 की दूसरी तिमाही में अमेरिका में स्मार्टफोन के लिए प्रमुख विनिर्माण केंद्र बन गया है। भारत ने 2025 तक 2.4 करोड़ से अधिक iPhone का निर्यात किया, जिसमें से 78% अमेरिका भेजे गए। जनवरी से मई 2025 के बीच, भारत ने 2.13 करोड़ स्मार्टफोन का निर्यात किया, जो पिछले वर्ष के निर्यात से अधिक है।
2025 में भारत से अमेरिका को स्मार्टफोन का निर्यात 182% बढ़कर 9.35 अरब डॉलर हो गया। तमिलनाडु में फॉक्सकॉन, पेगाट्रॉन और टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे Apple आपूर्तिकर्ता स्थित हैं, जिससे यह iPhone उत्पादन का केंद्र बन रहा है। iPhone 16 और iPhone 15 जैसे मॉडल भारत में बनाए जा रहे हैं, और कुछ प्रो iPhone मॉडल की असेंबलिंग भी की जा रही है, हालांकि कंपनी अभी भी अमेरिका में भेजे जाने वाले iPhone प्रो मॉडल के लिए चीन पर निर्भर है।