झारखंड के गोड्डा में पुलिस के साथ मुठभेड़ में सूर्या हांसदा की मौत हो गई। वह कई आपराधिक मामलों में फरार चल रहा था। यह मुठभेड़ गोड्डा जिले के बोआरिजोर थाना क्षेत्र के जिरली समारी पहाड़ी के पास हुई। हांसदा राजनीतिक रूप से सक्रिय था और बोरियों विधानसभा सीट से चुनाव लड़ चुका था।
2019 में, हांसदा को बीजेपी ने बोरियों विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया था। 2024 में टिकट नहीं मिलने के बाद, उन्होंने पार्टी छोड़ दी और जेएलकेएम पार्टी से चुनाव लड़ा, जिसमें उन्हें हार मिली।
हांसदा के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज थे। जनवरी से अब तक गोड्डा और साहिबगंज जिलों में तीन मामले दर्ज किए गए थे, जिनमें ईसीएल खदान क्षेत्र में गोलीबारी, हाइवा को आग लगाना और साहिबगंज में पेट्रोल पंप के पास आगजनी की घटना शामिल थी। उस पर अपहरण, हत्या और लूट जैसे गंभीर अपराधों के भी आरोप थे।
पुलिस के मुताबिक, हांसदा को रविवार को देवघर से गिरफ्तार किया गया था। उसकी निशानदेही पर गोड्डा जिले के ललमटिया जंगल में छिपे हथियार बरामद करने गई पुलिस टीम पर उसने हमला किया और हथियार छीनकर भागने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस ने गोली चलाई और उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।