कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चुनावों में वोट चोरी का आरोप लगाया है, जिसके बाद शरद पवार और उद्धव ठाकरे भी इस मामले में कूद पड़े हैं। शरद पवार ने बताया कि विधानसभा चुनाव से पहले दो लोगों ने उनसे संपर्क किया था और ‘ईवीएम मैनेजमेंट’ के जरिए एमवीए को 160 सीटें जिताने की गारंटी दी थी, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया।
शिवसेना (यूबीटी) ने भी दावा किया है कि उन्हें 60-65 सीटों पर जीत दिलाने की पेशकश की गई थी, जिसके लिए ईवीएम में मैनेजमेंट करने की बात कही गई थी। राउत ने बताया कि उद्धव ठाकरे ने इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया, क्योंकि वे लोकतांत्रिक व्यवस्था में विश्वास करते हैं।
एमवीए ने लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया था, जिसमें महाराष्ट्र की 48 में से 30 सीटें जीती थीं। लेकिन विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। शरद पवार ने कहा कि एमवीए निष्पक्षता से काम करना चाहता था, इसलिए प्रस्ताव को ठुकरा दिया गया। उन्होंने दोनों व्यक्तियों के नाम नहीं बताए।
शिवसेना (यूबीटी) सांसद ने बताया कि जब उन्होंने ‘ईवीएम प्रबंधन’ के जरिए जीत हासिल करने के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया, तो उन लोगों ने बताया कि सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन ने चुनाव में एमवीए की हार सुनिश्चित करने के लिए ईवीएम और मतदाता सूची में हेराफेरी करने की योजना बनाई है। फडणवीस ने शरद पवार के दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह राहुल गांधी से मुलाकात का नतीजा लगता है।