डोनाल्ड ट्रंप ने आर्मेनिया और अजरबैजान के बीच दशकों से जारी संघर्ष को विराम देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। व्हाइट हाउस में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में, दोनों देशों के नेताओं ने एक शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए। राष्ट्रपति ट्रंप ने इस समझौते को ऐतिहासिक बताया, जिससे दोनों देशों के बीच लंबे समय से चली आ रही दुश्मनी समाप्त हो गई है।
इस समझौते के तहत, दोनों देश आपसी संबंधों को सुधारने, आर्थिक सहयोग बढ़ाने और कूटनीतिक रिश्तों को मजबूत करने पर सहमत हुए हैं। इस अवसर पर, अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव ने ट्रंप की प्रशंसा करते हुए कहा कि अगर ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार नहीं मिलता, तो यह सवाल उठता है कि यह पुरस्कार किसे मिलना चाहिए। ट्रंप ने इससे पहले भी कई अंतरराष्ट्रीय विवादों को सुलझाने की कोशिश की है।