झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने पिता, स्वर्गीय शिबू सोरेन के प्रति अपनी गहरी भावनाएं व्यक्त की हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के माध्यम से वीर शहीद निर्मल महतो को भी श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह बाबा दिशोम गुरु के हर सपने को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वीर पुरुषों का संघर्ष और बलिदान कभी व्यर्थ नहीं जाएगा।
मुख्यमंत्री ने वीर शहीद निर्मल महतो को नमन करते हुए झारखंड को वीरों और क्रांतिकारियों की भूमि बताया। उन्होंने वीर शहीद निर्मल महतो के शहादत दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
शिबू सोरेन के निधन के बाद, उनके परिवार और समर्थकों ने पारंपरिक रीति-रिवाजों का पालन किया। दशकर्म 15 अगस्त को और एकादश संस्कार 16 अगस्त को आयोजित किए जाएंगे। रामगढ़ जिला प्रशासन देशभर से आने वाले लोगों के लिए व्यवस्था कर रहा है।
शिबू सोरेन का अंतिम संस्कार रामगढ़ जिले के गोला अंचल में उनके पैतृक गांव में किया गया था, और वहीं पर श्राद्ध कर्म भी आयोजित किए जा रहे हैं।