जावेद अख्तर ने गुरु दत्त की फिल्म ‘प्यासा’ से जुड़े कई रोचक किस्से साझा किए। उन्होंने बताया कि कैसे फिल्म को शुरुआत में दर्शकों से अपेक्षित प्रतिक्रिया नहीं मिली, लेकिन बाद में एक व्यक्ति की सलाह ने इसे एक क्लासिक बना दिया।
जावेद ने बताया कि फिल्म के प्रीमियर पर दर्शकों ने निराशा व्यक्त की थी, फिर भी गुरु दत्त के काम की सराहना की। गुरु दत्त ने निराशा में कहा था कि उन्हें ‘आर-पार’ जैसी फिल्म फिर से बनानी पड़ेगी।
इस फिल्म के भाग्य को बदलने में एक असफल फिल्म निर्माता गजानन जागिरदार का महत्वपूर्ण योगदान रहा। जागिरदार ने गुरु दत्त को फिल्म के इंटरवल को बदलने की सलाह दी, जिससे फिल्म में एक बड़ा बदलाव आया। जावेद अख्तर ने फिल्म ‘जाल’ का भी उदाहरण दिया और उसकी कहानी की प्रशंसा की।
यह भी पता चला कि ‘प्यासा’ की मूल स्क्रिप्ट में जॉनी वॉकर नहीं थे। जॉनी वॉकर के बेटे, नासिर खान ने बताया कि गुरु दत्त ने जॉनी वॉकर को फिल्म में शामिल करने पर जोर दिया। आखिरकार, उनकी दोस्ती और रचनात्मक साझेदारी के कारण, जॉनी वॉकर का किरदार फिल्म में शामिल किया गया।
जावेद ने बताया कि जॉनी वॉकर का किरदार कैसे फिल्म में आया। गुरु दत्त ने एक तेल मालिश करने वाले को देखा और फिर जॉनी वॉकर को एक ऐसे किरदार के रूप में शामिल किया जो फिल्म में हल्के-फुल्के पल लाता।