छत्तीसगढ़ में DGML द्वारा निकल, क्रोमियम और PGEs की खोज एक बड़ी सफलता है, जो राज्य के खनिज विकास के लिए नए द्वार खोलती है। महासमुंद जिले के भालुकोना–जामनीडीह ब्लॉक में हुई इस खोज से क्षेत्र में इन खनिजों की उपस्थिति की पुष्टि हुई है। DGML ने विस्तृत भू-वैज्ञानिक अध्ययन किए, जिसमें ड्रोन आधारित सर्वेक्षण भी शामिल थे, जिससे खनिजीकृत पट्टी और सल्फाइड खनिजों की उपस्थिति का पता चला। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने इस खोज को ‘आत्मनिर्भर भारत’ के लिए महत्वपूर्ण बताया। राज्य सरकार ने पहले ही 51 खनिज ब्लॉकों की नीलामी की है और भविष्य में भी महत्वपूर्ण खनिजों की खोज पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इस दिशा में, DGM, छत्तीसगढ़ ने एक क्रिटिकल मिनरल सेल का गठन किया है जो अन्वेषण और परिशोधन को बढ़ावा देगा। खनिज संसाधन विभाग के सचिव श्री पी. दयानंद ने कहा कि यह खोज न केवल वैज्ञानिक सफलता है, बल्कि भविष्य की तकनीकों के लिए महत्वपूर्ण खनिजों की उपलब्धता सुनिश्चित करने की दिशा में एक रणनीतिक कदम है। यह खोज छत्तीसगढ़ को भारत के रणनीतिक खनिज मानचित्र में एक प्रमुख स्थान दिलाने में मदद करेगी।
Trending
- सिद्धिमा से करीना तक: बेबो के नामकरण का सफर
- GST कटौती: AC और TV हुए सस्ते, जानें नई कीमतें
- एशिया कप 2025: दुबई में भारत-पाकिस्तान मुकाबले के लिए पिच का विश्लेषण
- 22 सितंबर से सस्ती होगी Maruti WagonR: जानें नई कीमतें और फीचर्स
- दिल्ली में मौसम: अगले 6 दिन सूखा, यूपी-बिहार सहित इन राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी
- अमित शाह का दावा: मोदी सरकार के 10 सालों में हिंसा में भारी गिरावट, 2026 तक नक्सलवाद का अंत
- ट्रम्प के एच-1बी वीजा शुल्क के प्रभाव: भारत सरकार और दूतावास की प्रतिक्रिया
- जवान के निर्देशक एटली और कृष्णा प्रिया की प्रेम कहानी: एक दिलचस्प सफर